बिना केमिकल के बालों को नेचुरली रंगने का तरीका: हिना और इंडिगो पाउडर का उपयोग | How to Naturally Color Your Hair At Home

बिना केमिकल के बालों को नेचुरली रंगने का तरीका: हिना और इंडिगो पाउडर का उपयोग / How to Naturally Color Your Hair At Home ||आज के बाद डाई लगाना भूल जाओंगे – How to use Indigo Powder

आज के समय में बालों का सफेद होना एक आम समस्या बन गई है। उम्र बढ़ने के साथ-साथ गलत खानपान, तनाव और केमिकल युक्त प्रोडक्ट्स के कारण यह समस्या युवाओं में भी देखने को मिल रही है। बालों को काला करने के लिए लोग अक्सर केमिकल हेयर डाई का इस्तेमाल करते हैं, लेकिन इससे बालों को नुकसान पहुंचता है। अगर आप बिना केमिकल के अपने बालों को प्राकृतिक रूप से रंगना चाहते हैं, तो हिना (मेहंदी) और इंडिगो पाउडर का उपयोग एक बेहतरीन विकल्प है।

यह तरीका बालों को काला करने के साथ-साथ उनकी सेहत को भी सुधारता है। आइए जानें, कैसे हिना और इंडिगो पाउडर के उपयोग से आप अपने बालों को प्राकृतिक रूप से रंग सकते हैं।


केमिकल हेयर डाई के नुकसान

केमिकल युक्त हेयर डाई में ऐसे तत्व होते हैं, जो बालों और स्किन दोनों के लिए हानिकारक हो सकते हैं। इनमें अमोनिया और पीपीडी (पैराफेनिलीनडायमाइन) प्रमुख रूप से पाए जाते हैं। इनसे होने वाले नुकसान निम्नलिखित हैं:

  1. बालों की क्षति:
    केमिकल्स बालों को ड्राई और कमजोर बना देते हैं, जिससे बाल टूटने लगते हैं।
  2. एलर्जी और स्किन रिएक्शन:
    स्किन पर खुजली, जलन और रैशेज हो सकते हैं। कुछ मामलों में सांस लेने में तकलीफ भी हो सकती है।
  3. त्वचा का रंग बदलना:
    कुछ केमिकल्स त्वचा को डार्क या हल्का कर सकते हैं।
  4. तेजी से सफेद होना:
    लंबे समय तक केमिकल हेयर डाई के उपयोग से बालों का नेचुरल मेलेनिन खत्म होने लगता है, जिससे बाल जल्दी सफेद हो जाते हैं।

हिना और इंडिगो पाउडर: एक सुरक्षित विकल्प

हिना और इंडिगो पाउडर 100% प्राकृतिक विकल्प हैं। यह बालों को काला करने के साथ-साथ उनकी गुणवत्ता में सुधार करते हैं। आयुर्वेद में भी हिना को बालों के लिए उपयोगी औषधि माना गया है।

हिना (मेहंदी):

  • संस्कृत में इसे “मद्यंतिका” कहा जाता है।
  • यह स्कैल्प को ठंडक प्रदान करती है और जलन कम करती है।
  • बालों में चमक और मजबूती लाने में सहायक है।

इंडिगो पाउडर:

  • इसे “नीली” कहा जाता है।
  • यह बालों को गहरे काले या डार्क ब्राउन रंग में रंगता है।
  • इसमें कोई केमिकल्स, प्रिजर्वेटिव्स या पेस्टिसाइड्स नहीं होते।

बालों को नेचुरली रंगने की प्रक्रिया

हिना और इंडिगो पाउडर का उपयोग दो चरणों में किया जाता है। इसे सही तरीके से करने पर यह बालों को प्राकृतिक काला रंग और शाइन प्रदान करता है।

हिना पाउडर का उपयोग

  1. हिना पाउडर तैयार करना:
  • रात को हिना पाउडर को गुनगुने पानी में भिगोकर लोहे के बर्तन में रखें।
  • लोहे के बर्तन में भिगोने से इसका रंग और गहरा हो जाता है।
  • अगर आपके बाल ड्राई हैं, तो इसमें एक चम्मच नारियल, तिल, या भृंगराज तेल मिला सकते हैं।
  • आप चाहें तो पानी की जगह चाय पत्ती का पानी इस्तेमाल कर सकते हैं।
  1. हिना का उपयोग:
  • साफ और धुले हुए बालों पर हिना का पेस्ट लगाएं।
  • पेस्ट को ब्रश की मदद से बालों की जड़ों और सिरों तक लगाएं।
  • इसे शावर कैप या प्लास्टिक बैग से ढक दें, ताकि पेस्ट सूखे नहीं।
  • 2-3 घंटे बाद इसे पानी से धो लें (शैंपू न करें)।

इंडिगो पाउडर का उपयोग

  1. इंडिगो पाउडर तैयार करना:
  • हिना लगाने के 24-48 घंटे बाद इंडिगो पाउडर को गुनगुने पानी में मिलाकर पेस्ट बनाएं।
  • इसे तुरंत इस्तेमाल करें, क्योंकि यह जल्दी सूखने लगता है।
  1. इंडिगो का उपयोग:
  • हिना लगे बालों पर इंडिगो पेस्ट लगाएं।
  • इसे भी शावर कैप से ढक दें और 2 घंटे तक रखें।
  • इसके बाद सिर्फ पानी से धो लें (शैंपू न करें)।

हिना और इंडिगो पाउडर के फायदे

  1. सुरक्षित और प्राकृतिक:
  • इनमें कोई केमिकल्स, प्रिजर्वेटिव्स या पेस्टिसाइड्स नहीं होते।
  1. स्कैल्प की हेल्थ में सुधार:
  • हिना स्कैल्प की जलन और खुजली को कम करती है।
  • डैंड्रफ को कम करने में सहायक है।
  1. ओवरऑल बालों की देखभाल:
  • यह बालों को मुलायम,और मजबूत बनाता है।
  1. लंबे समय तक टिकने वाला रंग:
  • सही तरीके से उपयोग करने पर यह गहरा काला या डार्क ब्राउन रंग देता है।
  1. ड्राईनेस से बचाव:
  • तेल मिलाने से बाल ड्राई नहीं होते।
बिना केमिकल के बालों को नेचुरली रंगने का तरीका

ध्यान रखने योग्य बातें

  • तेल मालिश करें: शैंपू से एक दिन पहले बालों में नारियल या भृंगराज तेल लगाएं।
  • शैंपू के विकल्प: शिकाकाई या रीठा का पानी इस्तेमाल करें।
  • अच्छी गुणवत्ता का पाउडर चुनें: राजस्थानी हिना और प्राकृतिक इंडिगो पाउडर सर्वोत्तम हैं।
  • सही अनुपात रखें: हिना और इंडिगो पाउडर की मात्रा बालों की लंबाई के अनुसार रखें।

इस प्रक्रिया को कितनी बार करें?

यह प्रक्रिया आपके बालों की सफेदी और ग्रोथ पर निर्भर करती है।

  • शुरुआत में: हर 15 दिनों में एक बार।
  • बाद में: जब बालों में रंग स्थिर हो जाए, तो 1-2 महीने में एक बार टच-अप करें।

हिना और इंडिगो पाउडर का यह प्राकृतिक तरीका बालों को केमिकल्स से बचाने और उनकी प्राकृतिक सुंदरता को बनाए रखने का बेहतरीन उपाय है। इसे आजमाएं और बालों को सुरक्षित, मजबूत और खूबसूरत बनाएं। यदि आपको यह जानकारी उपयोगी लगी, तो अपनी प्रतिक्रिया हमें जरूर बताएं।


FAQ’s (अक्सर पूछे जाने वाले सवाल)

क्या यह तरीका हर तरह के बालों पर काम करता है?

हाँ, यह सभी प्रकार के बालों के लिए उपयुक्त है।

क्या इसे बार-बार करना नुकसानदायक है?

नहीं, यह बालों के लिए पूरी तरह सुरक्षित है।

क्या इसका रंग लंबे समय तक टिकता है?

सही देखभाल और प्रक्रिया का पालन करने पर यह रंग लंबे समय तक बना रहता है।

क्या हिना और इंडिगो साथ मिलाकर उपयोग कर सकते हैं?

नहीं, बेहतर परिणाम के लिए इन्हें अलग-अलग इस्तेमाल करें।

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